ये घटना पीछले रात की है | यानी 30 मई की | रात को अचानक तेज बारिश होना शुरु हो गया | घर के सभी लोग उठ गए | क्युँकी पुरा पानी घर में घुस रहा था | मानों के बाढ़ आ गया हो | मेरी अम्मी और मेरा एक भाई जमीन में सोता है | तो बारिश के कारण पुरा जमीन भींग गया | सब पानी छुटने का ईंतेजार कर रहे थे | कुछ देर बाद जब बारिश रुकी तो | मेरी अम्मी और मेरी एक बहन पुरा जमीन को धो दि और फिर सब कोई ऊपर पलंग में सो गए
मुझे नींद नही आ रहा था | तब भी मै सोने की कोशिश कर रहा था | मै अभी आधी नींद में था | तो मुझे एक बहुत ही डरावना सपना आने लगा जिसे मै चाह कर भी अपने दिमाग से नही हटा सक रहा था
हुआ युँ की मैने देखा | के अरबी की एक किताब मेरे पास रखी हुई है | जिसमें 5 लाईन का अरबी में कुछ लिखा हुआ था
और एक दो जगह किसी का चित्र बना हुआ था मुझे सही से याद नही है
मैने पढ़ना सटार्ट किया | मुझे उस टाईम अंदर से डर भी लग रहा था | पुरा पढ़ने के बाद मुझे कुछ अजीब लगना शुरु हो गया | यह सब तब हो रहा था जब मै आधी नींद में था
किताब पढ़ने के बाद एैसा लग रहा था के हर तरफ से एक काली आकृती मुझे घेरे हुई | नही पता बहुत सी काली आकृती को मै महसुश कर रहा था
थोड़ी देर बाद मुझे लगा के वह सब मुझे चारो तरफ से घेरे हुए है |
मुझे उन सब की मौजुदगी का पता भी चल रहा था | क्युँकी मुझे एैसा लग रहा था के कोई मेरा पैर में खरोच ( नोच ) रहा हो और मेरा पैर को पकड़ के खींच रहा हो | मै अंधर से डर के मारे काँ रहा था | मेरे मुँह से आवाज भी नही निकल रहा था | फिर कुछ देर बाद एैसा लगा के मानो पुरा बदन को कोई नोच रहा हो | मै अंदर से सोच रहा था के अगर मै आँख खोलुँगा | तो वह लोग मुझे मार देंगे
बहुत देर मै डर के मारे अपना आँख बंद करके लेटा हुआ था | और मुझे ये सपना आ रहा था
फिर मै अपना आँख को खोल कर ईधर उधर देखा तो मुझे पता चला के यह सपना था | मै अम्मी को एक दो बार आवाज लगाई पर वह उठी नही | अभी भी मुझे डर लग रहा था | और वह सपना मेरे दिमाग में अभी भी घुम रहा था | मै सोने की बहुत कोशिश कर रहा था | पर सो नही पा रहा था | मै ईसी तरह रात भर डरा | मै कसमा और कुछ आयत पढा़ और अपने सानें में फुक मारी | फिर भी थोड़ी देर तक ये सब मेरे दिमाग में आ रहा था | फिर पता नहीं कब मै सो गया